शहादत की कीमत Poem by Sachin Singh

शहादत की कीमत

ए जिंदगी बता क्यों तूने ऐसा किया,
शहादत के बदले गम जिंदगी भर का दिया।
मान की शहादत की कीमत तूने सम्मान से चुकाई है,
पर शहीद के घर वालों के हिस्से तो केवल गम और जुदाई है।

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